Nov 18, 2020

मै अब सिर्फऑनलाईन ही पढ़ाऊँगा

Updated: Jun 7, 2021

कोरोना ने पूरे विश्व पर अभूतपूर्व असर डाला है। शिक्षा के क्षेत्र में इसका बहुत असर दिख रहा है। कोचिंग संस्थानों पर तो जैसे भूचाल सा आ गया है, लेकिन ऐसी आपदा को अवसर में बदलने वाले भी लोग हैं। ऐसे लोग घबराये नहीं तथा उपलब्ध तकनलकों को अपनाकर अपने रोजगार का एक अच्छा अवसर ढूंढ लिया।

“अब सिर्फ में ऑनलाईन ही पढ़ाऊँगा“ ऐसा श्री ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी घोषणा करते हैं। श्री त्रिपाठी उत्तर प्रदेश के एक पूर्वी जिले में अपनी कोचिंग एकेडेमी चलाते हैं। लॉकडाउन से पूर्व उनके पास एक किराये का मकान था जिसमें अपनी कोचिंग चलाते थे, महीन में करीब 40-60 विद्यार्थी कोचिंग करने आते थे। उनके पास कमरों की यही क्षमता थी। श्री त्रिपाठी सर के पढ़ाने के तरीके को विद्यार्थी बहुत पसन्द करते थे, किन्तु लॉकडाउन के पश्चात उनका coaching institute बन्द हो गया। फीस के अभाव में किराया देना लगभग असम्भव सा होता गया। ऐसे में उन्होंर्ने Zoom, Google meet, WhatsApp आदि से पढ़ाने को कोशिश की, किन्तु विद्यार्थी आकर्षित नहीं हुए। “कुछ ऑनलाईन App विद्यार्थियों से Live जोड़ तो देते हैं, किन्तु इससे अपना ब्रांड नहीं बनता तथा धीरे-धीरे विद्यार्थी छोड़ जाते हैं।“ त्रिपाठी सर कहते हैं, उन्होंने Bodhi AI (bodhiai.co.in) के सम्बन्ध में जानकारी मिली। उन्होंने Bodhi AI प्लेटफार्म की मदद ली एवं उनकी स्थिति बिल्कुल बदल गयी। त्रिपाठी सर की स्थिति बदली तथा उनकी आमदनी बढ़ने लगी। यह सब कैसे हुआ वे विस्तृत रूप से बताते हैं जिसका संक्षेप में विवरण इस प्रकार है:-

1. उनको उनके कोचिंग के नाम से ब्रांडेड एप मिला, जिसे कोई भी फ्री में डाउनलोड कर सकता है। तीन महीने में उनके विद्यार्थियों की संख्या 500 के ऊपर पहुँच गयी। पहले वे 50-60 छात्रों से ज्यादा नहीं पढ़ा सकते थे, किन्तु अब बिना किराये के मकान के 500 के ऊपर छात्र हो गये।

2. वर्तमान में लगभग 1125 डाउनलोड से त्रिपाठी सर के एप हैं। इसमें से 375 छात्र Live क्लास से कोर्स पढ़ते हैं।

3. 400 से लगभग छात्रों ने उनके कोर्स मैटेरियल (विडियो क्लास, ई-बुक, पीडीएफ नोट आदि) खरीदा है।

4. 500 से ऊपर छात्र उनके साप्ताहिक टेस्ट पेपर को subscribe किये हुए हैं।

5. इस App से छात्रों का डाटा भी खत्म नहीं होता, क्योंकि अन्य Live क्लासों से मात्र 40% डाटा ही खर्च होता है।

इस प्रकार त्रिपाठी स्तर का कहना है कि अब शिक्षा पर से लॉकडाउन खुलने के बाद भी वे ऑनलाईन ही पढ़ायेंगे। अब उनको किसी Infrastructure में खर्च करने की जरूरत नहीं हैं। श्री त्रिपाठी सर अब राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी अपने छात्रों की संख्या बढ़ाने पर कार्य कर रहे हैं।

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